हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक राज्य के जिला यादगार की मस्जिद चौक के खतीब और इमाम मौलाना मोहम्मद सादिक हुसैन निजामी ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि लाखों उलेमाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दी। और देश को अंग्रेजों से आज़ाद कराया।
उन्होंने कहा कि आज पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर देश की आजादी में मुसलमानों की भूमिका को भुलाया जा रहा है, भले ही इस देश के लिए लाखों उलेमा शहीद हुए हों, लेकिन दुर्भाग्य से उलेमाओं के बलिदानों को याद करने के लिए कोई रैली या आंदोलन नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने संगठनों के प्रमुखों, मस्जिदों के अध्यक्षों और मदरसों के प्रमुखों से अपील की और कहा कि देश की आजादी में उलेमाओं के बलिदान के बारे में बैठक होने पर हमें देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने का असली हक मिल सकता है। विद्वानों के बलिदान की गाथाएं संगठित कर युवाओं को सुनाएं और उनकी उपलब्धियों को सामने लाएं।